जंगलों के बीच से गुजरकर स्वास्थ्य सेविका निभा रही जिम्मेदारी…
एक स्वास्थ्य सेविका पर 5 गावों का कार्यभार
आशिष सुनतकर, अहेरी ( सबला उत्कर्ष ) :-
अहेरी :- वर्तमान स्थिति में करुणा का संक्रमण बढ़ने से स्वास्थ्य कर्मी कोरोना योद्धा बनकर सेवा दे रहे हैं। अनेक स्वास्थ्य कर्मियों कोरोणा का संक्रमण होने के बावजूद स्वास्थ्य सेवा निरंतर रूप से जारी है। ऐसे स्थिति में एक महिला स्वास्थ्य सेविका के जिमें 5 गावों की जिम्मेदारी है। जिन गांव में जाने के लिए सड़क नहीं है। ऐसे गांव में यह कोरोना योद्धा पैदल और जंगल होकर स्वास्थ्य सेवा पहुंचा रही है। फलस्वरूप स्वास्थ्य सेविका के इस कार्य की सराहना की जा रही है। यह बता दे कि, अहेरी तहसील के महागांव स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत येलचील गांव में स्वास्थ्यवर्धिनी उपकेंद्र है। इस उपकेंद्र में एस एस कोड़ापे नामक स्वास्थ्य सेविका कार्यरत है। अकेली इस महिला कर्मचारी पर परिसर के 5 गांव की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इनमें येलचिल, कल्लेम, तोंदेल, मद्दिगुड़ाम और रामायापेठा आदि गांव शामिल है। विशेषकर हलचल के उपकेंद्र में ठेका स्वास्थ्य सेविका मलेरिया वर्कर और सी एच ओ के पद रिक्त है। किंतु उक्त पद नहीं भरे जाने से इस महिला कर्मी को संबंधित गांवों के लोगों के स्वास्थ्य जांच की जिम्मेदारी उठानी पड़ रही है। महिला स्वास्थ्य कर्मी पर लोगों की स्वास्थ्य देखभाल समेत स्वास्थ्य संबंधित सभाओं में उपस्थित रहना पड़ रहा है। बता दें कि संबंधित गांव में पहुंचने के लिए पक्की सड़कें नहीं है। इस कारण महिला कर्मी को जंगल और नाले पार कर गांव में पहुंचकर स्वास्थ्य सेवा देनी पड़ रही है। दूसरी ओर एक महिला कर्मी स्वास्थ्य सेवा देने में तत्पर होने के बावजूद भी 5 गांव की जिम्मेदारी होने से लोगों को समय पर स्वास्थ्य सेवा नहीं मिल पाती। फलस्वरूप रिक्त पद भरने की मांग परिसर के नागरिकों ने की है।