नितिन गडकरी : प्रधानमंत्री पद मेरे बहुत करीब है, लेकिन….
नई दिल्ली : सबला उत्कर्ष ( संदीप तिवारी ) – केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी प्रधानमंत्री पद के लिए देश के योग्य और प्रमुख राजनेताओं में से एक हैं, प्रधानमंत्री पद उनके बेहद करीब भी है, लेकिन उनकी प्रचलित कुंडली में मिथुन के मंगल ने उन्हें सियासत में संन्यासी बनाया है, इसलिए वे सुलझे हुए राजनेता की तरह जोड़तोड़ की राजनीति से दूर हैं, लिहाजा किसी विशेष परिस्थिति में ही वे प्रधानमंत्री बन पाएंगे!
अलबत्ता, पीएम पद के लिए उनके सितारे दमदार हैं और गुरु की महादशा उन्हें सत्तर प्रतिशत से ज्यादा कामयाबी दिलाएगी!
विभिन्न मुद्दों पर उनकी जोरदार पकड़ तो रहती ही है, उनके पास प्रायोगिक सफल समाधान भी होते हैं!
सेहत के मोर्चे पर सक्रिय रहें और यात्राओं में सतर्क रहें, तो आनेवाले ढाई वर्ष- 2021, 22 और 23 का पूर्वार्ध उनकी सियासी उपलब्धियों को बुलंदियों पर ले जानेवाले रहेंगे!
हालांकि, 2023-24 और 2024-25 विशेष सियासी सतर्कता बरतने के संकेत दे रहे हैं !
सियासत में सीधी-सच्ची बात कहने के कारण कई लोगों को उनकी बातें अप्रिय लग सकती हैं, परन्तु गलत नहीं कही जा सकती हैं!
केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी सबसे कम उम्र में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष (2010-2013) बनने वाले राजनेता हैं. वे कामर्स में स्नातकोत्तर हैं. यही नहीं, उन्होंने कानून तथा बिजनेस मनेजमेंट की पढ़ाई भी की है !
खेती-किसानी की बेहतर समझ रखनेवाले गडकरी सफल उद्यमी भी हैं !
उन्होंने 1976 में नागपुर विश्वविद्यालय में एबीवीपी से अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत की, तो बाद में वे 23 साल की उम्र में भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष बने. वर्ष 1995 में वे महाराष्ट्र में शिव सेना और भारतीय जनता पार्टी की गठबंधन सरकार में मंत्री बनाए गए. वे चार साल तक मंत्री पद पर रहे. वर्ष 1989 में वे पहली बार विधान परिषद के लिए चुने गए और बाद में भी लगातार चुने जाते रहे. वे महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता भी रहे हैं.
इस वक्त केन्द्र सरकार में वे सफलतम मंत्रियों में से एक हैं और यदि उन्हें बड़ी ज़िम्मेदारी मिलती है तो वे जनता की उम्मीदों पर खरे उतर सकते हैं!