मानसून में दिल्ली – समस्या और समाधान
मानसून में दिल्ली – समस्या और समाधान
सबला उत्कर्ष समाचार पत्र – मोहीत रेलन
जहा एक और दिल्ली प्रशासन और जनता कोरोना और बारिश के पानी के भराव से त्रस्त है, वहीं कुछ लोग दिल्ली की सबसे बड़ी समस्या ‘प्रदूषण’ से राहत दिलाने के लिए मानसून में सैंकड़ो पेड़ पौधे लगा रहे हैं। पर्यावरणविद मोहित और विवेक दिल्ली के विभिन्न जिलों में क्षेत्रीय लोगों, संघ कार्यकर्ता, NGO और सरकारी विभाग के साथ दिल्ली को हरित दिल्ली बनाने की मुहीम में जुटे हुए हैं।
इस मानसून में अब तक पूर्व में आज़ाद नगर, दिलशाद गार्डन में मानसिंह जी की ‘समाज की आवाज़’; पश्चिम में जनक पूरी, नांगलोई; उत्तर में कंझावला, दिल्ली विश्ववविद्यालय में संघ कार्यकर्ता तो दक्षिण में हरेला फाउंडेशन ने JNU, हौज़खास में और मध्य में इंद्रपुरी बुद्ध नगर में क्षेत्रीय जनता और नगर निगम ने मिलकर पौघरोपण कर मानसून का भरपूर फायदा उठाने का सार्थक प्रयास किया है। हमें आशा है, यह गतिविधि आने वाले महीनो में भी इसी प्रकार से आगे बढ़ेगी और दिल्ली को हरित दिल्ली बना प्रदूषण से राहत देने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देगी। दिल्ली की जनता और सरकारी विभागों से निवेदन है कि मिलकर सब इस मुहीम में हिस्सा लें और दिल्ली को हरित और स्वस्थ बनायें।